Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-9


आप लोगो को कहानी पसंद नहीं आ रही है क्या इतने लोग पढ़ते है रोजाना पर ना लाइक आते है ना कमेंट। अगर हम सही नही लिख रहे है या आपको पसंद नहीं आ रहा तो हमे बताइए। हम आपके जवाब का इंतजार करेंगे।


एक कार रात को जंगल से गुजर रही थी कार की गति कम थी अंदर तीन लोग मौजूद थे एक लड़का जिसकी उम्र 12 साल के आसपास होगी। वह सो रहा था पीछे की सीट पर और एक औरत और एक आदमी आगे की सीट पर बैठे हुए थे जिसमें आदमी ड्राइव कर रहा था।

जंगल में चारों तरफ अंधेरा पसरा हुआ था रोड पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और अंधेरे के बीचो बीच से आती जंगली भेड़ियों  की आवाज जो उस माहौल को और भी डरावना बना रही थी। वह औरत डरती हुई बोली राजेश कार की स्पीड बढ़ाओ जंगल की बीचो-बीच है इस समय कोई जानवर भी आ सकता है। हमे जल्दी से ही इस जंगल से बाहर निकलना चाहिए लोग कहते हैं कि रात के समय इस जंगल से नही गुजरना चाहिए। यह रास्ता रात के समय खतरनाक है इस रास्ते पर कई लोग गायब हो चुके हैं जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चला।

राजेश बोला तुम इतनी फिक्र क्यों करती हो वह रास्ता बंद था इसलिए हम लोग इस रास्ते से आए और यह रास्ता छोटा भी है हम जल्दी पहुंच जाएंगे। तुम फिकर मत करो हम गाड़ी के अंदर कोई नहीं आने वाला अगर मैंने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी तो रियांश जग जायेगा वैसे बहुत मुश्किल से उसे नींद आई है और बहुत थका हुआ भी है।

उस औरत के चेहरे पर परेशानी साफ झलक रही थी और पीछे सोए हुए अपने बेटे को देखती है जो बहुत ही गहरी नींद में सो रहा था थकान से। थकान तो उसे भी थी इसलिए उसने अपना सिर सीट पर टिकाया और आंखें बंद कर ली उसे भी कुछ देर में नींद आ गई। राजेश गाड़ी चला ही रहा था कि कुछ देर बाद उसे रोड पर कुछ दिखाई दिया जो बीचो-बीच पड़ा हुआ था।

राजेश ने अपनी गाड़ी की स्पीड कम की स्पीड कम होने की वजह से उसकी पत्नी की आंख खुल गई। वह बोली क्या हुआ गाड़ी की स्पीड कम क्यों की राजेश ने रोड की तरफ इशारा किया तो एक आदमी पड़ा हुआ था। राजेश बाहर जाने लगा तो उसकी पत्नी ने उसे रोका और बोली आप कहीं मत जाइए अपन साइड से निकल जाते हैं क्या पता कौन है हम कही में मुसीबत में ना पड़ जाए ।

राजेश बोला मैं एक डॉक्टर हूं और मैं किसी को मुसीबत में नहीं छोड़ सकता क्या पता इसका किसी से एक्सीडेंट हो गया हो और यह घायल हो तो हम उसकी जान बचा सकते हैं। " मेरा पहला फर्ज है मरीज की जान बचाने का और मैं अपने फर्ज से पीछे नहीं हट सकता तुम परेशान मत हो कुछ नहीं होगा।"

राजेश कार का दरवाजा खोलकर बाहर निकला और उस आदमी की तरफ बढ़ा राजेश चारों तरफ देख रहा था और धीरे-धीरे कदमों से उस आदमी के पास जाकर देखा तो वह उल्टा लेटा हुआ था । राजेश ने उसे सीधा किया तो उसके कपड़ों पर खून दिखाई दिया राजेश ने उसकी सांसे चेक करने के लिए जैसे हाथ बढ़ाया वैसे ही उस आदमी ने राजेश का गला पकड़ लिया। राजेश की वाइफ यह देख राजेश की तरफ दौड़ी तभी उसको किसी ने पीछे से पकड़ लिया।

कुछ देर बाद सभी उसी पुरानी फैक्ट्री में थे यह वही लोग थे जिन्होंने उन  लड़कियों का रेप किया था। इन्होंने आज राजेश और उसके पूरे परिवार को किटनेप किया था। राजेश और राजेश के बेटे को दोनों को ही उन लोगों ने बांध दिया था और उनके मुंह पर टेप लगा दी थी जिस वजह से वह लोग चिल्ला नहीं सकते थे।

उन लोगों ने राजेश की वाइफ को भी बांध के रखा था और अपने साथियों का इंतजार करने लगे। जब सभी इकट्ठा हो गए तो लोगों ने एक दूसरे को इशारा किया उनमें से 2 लोग आगे आए और उन्होंने राजेश की पत्नी को पकड़कर उस बिस्तर पर बांध लिया।

उनमें से दो लोग आगे गए राजेश और उसका बच्चा दोनों ही चिल्लाने की कोशिश कर रहे थे। पर वह उनके हाथ पैर दोनों बंधे हुए थे और मुंह पर भी टैप बांधी हुई थी जिससे वह कुछ कर भी नहीं पा रहे थे बस लाचार होकर देख रहे थे। उन दोनों ने जाकर राजेश की पत्नी के कपड़े खोलने लगे धीरे-धीरे करके सारे कपड़े उतार दिया अब सभी लोग बेड के चारों तरफ इकट्ठा हो गए। वो भेड़िए के जैसे राजेश की वाइफ को घूर रहे थे। राजेश की वाइफ के मुंह पर कपड़ा बंधा हुआ था जिससे वह बोल भी नहीं पा रही थी बस उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे और यही आसूं राजेश और उसके बेटे की आंखों से भी निकल रहे थे।

उन सभी लोगों ने भी अपने अपने कपड़े उतारे और राजेश की वाइफ के शरीर पर हाथ घुमाने लगे। राजेश बहुत कोशिश कर रहा था पर उसे टाइट बंधा हुआ था राजेश है इसीलिए वह अपने आप को छोड़ नहीं पा रहा था । और राजेश की वाइफ भी खुद को बचाने के लिए अपना हाथ पैर हिला रही थी पर रसिया टाइट होने की वजह से सिर्फ दर्द हो रहा था उसके सिवा ना रस्सी खुल रही थी ना वह कुछ कर पा रही थी।

आखिरकार उन लोगों का खेल शुरू हुआ वह लोग एक एक करके राजेश की वाइफ के शरीर के साथ खेलते रहे उसके पूरी शरीर को अपने दांतों से काटा जगह-जगह सिगरेट से जलाया उसके उभरे हुए पार्ट को अपने दांतों से काटा और गरम सिगरेट से जलाया। 3 से 4 घंटे तक उन 12 लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया तब भी उनका मन नहीं भरा तो उन लोगों ने उसे उल्टा लेटाया आया और उसके साथ वापस हैवानियत करने लगे ।

इस बार भी वह लोग 3 से 4 घंटे वह लोग इस राजेश की वाइफ के साथ हैवानियत करते रहे वह रो रही थी। पर उन लोगों को कुछ फर्क नहीं पड़ रहा था । राजेश और उसका लड़का दोनो ही रो रहे थे राजेश अपनी वाइफ की रक्षा नहीं कर सका और लड़का अपनी मां को बचा नहीं पा रहा था। पर इन लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है वह लोग तो उस के साथ हैवानियत कर रहे हैं । वह भी उसके बच्चे के सामने वह बच्चा यह सब देख रहा है पर उन्हें इससे क्या उन्हे तो बस अपनी हवस मिटानी थी।

उन लोगों ने बहुत देर तक राजेश की पत्नी के साथ हवस का खेला जब वह बेहोश हो गई तो उसे छोड़कर यह उसके आसपास बैठ गए और शराब पीने लगे। शराब पीते पीते सभी लोग उसके शरीर पर हाथ घुमा रहे थे। फिर पता नहीं उन लोगों को क्या हुआ उनमें से दो उठे और राजेश के बेटे को खोल कर लो अपने पास लेकर आए दो लोगों ने उसके भी कपड़े खोलें और उससे उसी बेड पर उल्टा लेट आया और उसके साथ हैवानियत करना शुरू कर दिया।

एक जाता तो दूसरा था ऐसे ही वह सभी 12 के 12 उसके साथ हैवानियत करते रहें और उसमें से कुछ तो ऐसे भी थे जो वापस भी आए आखिर में आखिर में वह लड़का भी बेहोश हो गया। उसने छूटने की कोशिश की थी उसे मारा भी था इन लोगों ने उसके मुंह से खून निकल रहा था। अब बचा राजेश वह लोग बैठकर सोच रहे थे कि क्या किया जाए इसका तो उन लोगों ने राजेश को बांधे रखा पर उसके कपड़े खोलें फिर उसके प्राइवेट पार्ट को चाकू से काट दिया।

उसे तड़पता हुआ छोड़कर वह लोग वापस आए और राजेश के लड़के का भी प्राइवेट पार्ट कांटा और उसके भी शरीर पर जगह-जगह चाकू से कट लगाए जिससे खून निकलने लगा आखिर में ब्लेड से उस लड़के का गला काट दिया । अब बारी थी राजेश की वाइफ की तो वह लोग उससे भी मारने जा ही रहे थे कि उनमें से एक ने इशारा किया और वह वापस आया और राजेश की पत्नी के साथ हैवानियत करने लगा।

सभी लोग उसके उस पर हंस रहे थे आखिर में उसने ही दूसरे आदमी के हाथ से चाकू लेकर राजेश की वाइफ का गला काट दिया और उसी चाकू से उसके उभरे हुए अंगों पर कट लगाएं।

राजेश कुछ नहीं कर पाया उन लोगों ने राजेश की बीवी के साथ बलात्कार किया और फिर उसे मार डाला और उसके बेटे के साथ भी हुई हैवानियत करके उसे भी मार डाला। राजेश के शरीर से खून ज्यादा बहने की वजह से वह भी बेहोश हो गया था और इन लोगों ने आखिर में राजेश का भी गला काट दिया। फिर तीनों को ले जाकर जंगली भेड़ियों वाले इलाके में फेंक दिया ।

वापस आकर उन लोगों ने उस जगह को साफ किया फिर वह लोग अपने अपने घर के लिए निकल गए । उन लोगों ने उस गाड़ी को अपनी फैक्ट्री में छुपा दिया था।

इंसानी भेडियो के बाद जंगली भेड़ियों ने भी अपना काम कर दिया और कुछ ही मिनटों में उन भेड़ियों ने राजेश के पूरे परिवार को खत्म कर दिया पीछे सबूत के नाम पर कुछ भी नहीं छोड़ा। आज इंसानी भेडियो ने एक और परिवार को निगल लिया था और उसमें उनका साथ दिया जल्दी भेड़ियों ने ।

इन दोनों में ही एक बात कॉमन थी इंसानी भेड़िए भी झुंड में हमला करते हैं और जंगली भेड़िए भी झुंड में हमला करते हैं।।

आज एक और परिवार खत्म हो गया था इन जवानों के द्वारा यह है यह लोग इस कदर पागल है कि इन्हें अपनी हवस के अलावा कुछ और दिखाई भी नहीं दे रहा था इन्होंने छोटे से बच्चे को भी नहीं छोड़ा।

कहानी का अगला भाग आप लोगों को पढ़ने के लिए बहुत जल्दी मिलेगा तब तक पढ़ते रहिए और अपने और अपने परिवार का ख्याल रखें क्योंकि कोई और रखने नहीं आएगा सुनने सबकी और करे अपने मन की।

कमश:
।। जयसियाराम ।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


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9 Comments

Natasha

05-Apr-2023 12:14 PM

Nice

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अदिति झा

03-Feb-2023 01:53 PM

Nice 👍🏼

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Parangat Mourya

01-Feb-2023 11:00 PM

Behtreen 💐👍

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